तेरी चाहत की है इतनी शिद्दत
पा लिया तुझ को तो मर जाऊँगा
Rahat Indori
Parveen Shakir
Mir Taqi Mir
Javed Akhtar
Ahmad Faraz
Jaun Eliya
Gulzar
Anwar Masood
Allama Iqbal
Mohsin Naqvi
Wasi Shah
Faiz Ahmad Faiz
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(623) Peoples Rate This
तेरे मेरे बीच नहीं है ख़ून का रिश्ता फिर भी क्यूँ
है मिरे दिल की ये तस्वीर नज़र में रख लो
बात कैसी भी हो अंदाज़ नया देता था
भीक दे कर न जाने क्या लेंगे
दिल में ग़म आँख में हँसी देखी
सारी बे-रंग सोच के चेहरे
रंज-ओ-ग़म से जो बे-ख़बर होता
शाम हुई तो सूरज सोचे
पहली साँस पे मैं रोया था आख़िरी साँस पे दुनिया
फूल सा इक खिला है आँखों में
एक मुद्दत से उसे हम ने जुदा रक्खा है