सऊद उस्मानी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का सऊद उस्मानी (page 2)

सऊद उस्मानी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का सऊद उस्मानी (page 2)
नामसऊद उस्मानी
अंग्रेज़ी नामSaud Usmani
जन्म की तारीख1958
जन्म स्थानKarachi

कुछ और अकेले हुए हम घर से निकल कर

कभी सराब करेगा कभी ग़ुबार करेगा

इश्क़ सामान भी है बे-सर-ओ-सामानी भी

हिसाब-ए-तर्क-तअल्लुक़ तमाम मैं ने किया

हर रोज़ इम्तिहाँ से गुज़ारा तो मैं गया

हर एक लम्हा-ए-मौजूद इंतिज़ार में था

हैरत से तकता है सहरा बारिश के नज़राने को

गुज़र चली है शब-ए-दिल-फ़िगार आख़िरी बार

एक किताब सिरहाने रख दी एक चराग़ सितारा किया

दीवार पे रक्खा हुआ मिट्टी का दिया मैं

दिल में रक्खे हुए आँखों में बसाए हुए शख़्स

बिछड़ गया है तो अब उस से कुछ गिला भी नहीं

बादल की तरह रंज-फ़िशानी करें हम भी

अपना गिर्या किस के कानों तक जाता है

अजीब ढंग से मैं ने यहाँ गुज़ारा किया

अजब ख़जालत-ए-जाँ है नज़र तक आई हुई

आँखों में एक ख़्वाब पस-ए-ख़्वाब और है

आँखों का भरम नहीं रहा है

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