वाली आसी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का वाली आसी (page 2)
नाम | वाली आसी |
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अंग्रेज़ी नाम | Wali Aasi |
जन्म स्थान | Lucknow |
जिन की यादें हैं अभी दिल में निशानी की तरह
जी का जंजाल है इश्क़ मियाँ क़िस्सा ये तमाम करो 'वाली'
इश्क़ की राह में यूँ हद से गुज़र मत जाना
हम जो दिन-रात ये इत्र-ए-दिल-ओ-जाँ खींचते हैं
हम अपने-आप पे भी ज़ाहिर कभी दिल का हाल नहीं करते
दिन भर ग़मों की धूप में चलना पड़ा मुझे
छतरी लगा के घर से निकलने लगे हैं हम
भूले-बिसरे हुए ग़म याद बहुत करता है
ब-रंग-ए-नग़मा बिखर जाना चाहते हैं हम
बहुत दिन से कोई मंज़र बनाना चाहते हैं हम
आरज़ू ले के कोई घर से निकलते क्यूँ हो
आज तक जो भी हुआ उस को भुला देना है