Sad Poetry of Abhishek Shukla

Sad Poetry of Abhishek Shukla
नामअभिषेक शुक्ला
अंग्रेज़ी नामAbhishek Shukla
जन्म की तारीख1985
जन्म स्थानLucknow

वहाँ पहले ही आवाज़ें बहुत थीं

मैं चोट कर तो रहा हूँ हवा के माथे पर

सुर्ख़ सहर से है तो बस इतना सा गिला हम लोगों का

सफ़र के बा'द भी ज़ौक़-ए-सफ़र न रह जाए

लहर का ख़्वाब हो के देखते हैं

ख़ला के जैसा कोई दरमियान भी पड़ता

हम ऐसे सोए भी कब थे हमें जगा लाते

फ़सील-ए-जिस्म गिरा दे मकान-ए-जाँ से निकल

अभी तो आप ही हाइल है रास्ता शब का

अभिषेक शुक्ला Sad Poetry in Hindi - Read famous Sad Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अभिषेक शुक्ला. Largest collection of Sad Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अभिषेक शुक्ला. Share the अभिषेक शुक्ला Sad Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.