आदिल मंसूरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का आदिल मंसूरी (page 3)
नाम | आदिल मंसूरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Adil Mansuri |
जन्म की तारीख | 1936 |
मौत की तिथि | 2009 |
जन्म स्थान | Ahmadabad |
कविताएं
Ghazal 37
Nazam 39
Couplets 38
Love 46
Sad 58
Heart Broken 62
Bewafa 1
Hope 16
Friendship 3
Islamic 9
Sufi 1
Social 4
बारिश 6
ख्वाब 25
Sharab 4
लहू को सुर्ख़ गुलाबों में बंद रहने दो
लफ़्ज़ की छाँव में
कीचड़ में अटा मौसम
खिड़की अंधी हो चुकी है
हश्र की सुब्ह दरख़्शाँ हो मक़ाम-ए-महमूद
गोश्त की सड़कों पर
गोल कमरे को सजाता हूँ
फ़ैज़
एक नज़्म
एक मंज़र
दर्द तंहाई की पस्ली से निकल कर आया
चाँद के पेट में हमल मछली
चल निकलो
बुध
बंद मुट्ठी में होंट के टुकड़े
अलिफ़ लफ़्ज़ ओ मआनी से मुबर्रा
ऐनक के शीशे पर
आमीन
ज़मीं छोड़ कर मैं किधर जाऊँगा
ये फैलती शिकस्तगी एहसास की तरफ़
वुसअत-ए-दामन-ए-सहरा देखूँ
वो तुम तक कैसे आता
वो बरसात की शब वो पिछ्ला पहर
सोए हुए पलंग के साए जगा गया
साँस की आँच ज़रा तेज़ करो
सड़कों पर सूरज उतरा
फिर किसी ख़्वाब के पर्दे से पुकारा जाऊँ
फैले हुए हैं शहर में साए निढाल से
पानी को पत्थर कहते हैं
पहलू के आर-पार गुज़रता हुआ सा हो