Heart Broken Poetry of Ahmad Hamesh

Heart Broken Poetry of Ahmad Hamesh
नामअहमद हमेश
अंग्रेज़ी नामAhmad Hamesh
जन्म की तारीख1940
मौत की तिथि2013
जन्म स्थानKarachi, Pakistan

तज्दीद-3

शाम

सफ़र ऐसा है कहाँ का

रेहान-सिद्दीक़ी की याद में

रास्ते में शाम का मुक़द्दर होना

परछाईं का सफ़र

मुकाशफ़ा-2

मेहवर

मकाशफ़ा

मा-बा'द-उत-तबीआत

लैंडस्केप

ला शुऊ'र

जिस्म का निज़ाम

इस से ज़ियादा कुछ नहीं

धुँद के रिश्ते है

दर-अस्ल ये नज़्म लिखी ही नहीं गई

बे-बर्ग शजर

अपने जैसे आशिक़ों के नाम

अंदेशा-ए-जाँ

अबद

आख़िरी मुकालिमा

1973 की एक नज़्म

उधर की शय इधर कर दी गई है

तुम साथ चले थे तो मिरे साथ चला दिन

न घर है कोई न सामान कुछ रहा बाक़ी

किस का शोअ'ला जल रहा है शो'लगी से मावरा

कभी तुम ने कुछ तो दिया नहीं कभी हम ने कुछ तो लिया नहीं

जहाँ से होता है प्यारे ख़ुदा का नाम शुरूअ'

जब से मैं ख़ुद को खो रहा हूँ

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