Sad Poetry of Ain Tabish

Sad Poetry of Ain Tabish
नामऐन ताबिश
अंग्रेज़ी नामAin Tabish
जन्म की तारीख1958
जन्म स्थानPatna

मैं अपना कार-ए-वफ़ा आज़माऊँगा फिर भी

हर ऐसे-वैसे से क़ुफ़्ल-ए-क़फ़स नहीं खुलता

है एक ही लम्हा जो कहीं वस्ल कहीं हिज्र

इक ज़रा चैन भी लेते नहीं 'ताबिश'-साहब

रात अभी आधी गुज़री है

पुरानी फ़ाइलों में गुनगुनाती शाम

मुलाक़ातें नहीं फिर भी मुलाक़ातें

मैं अल्बम के वरक़ जब भी उलटता हूँ

हवेली मौत की दहलीज़ पर

इक शहर था इक बाग़ था

बदलने का कोई मौसम नहीं होता

अदम से परे

यहाँ के रंग बड़े दिल-पज़ीर हुए हैं

वही जुनूँ की सोख़्ता-जानी वही फ़ुसूँ अफ़्सानों का

ताबिश ये भला कौन सी रुत आई है जानी

मुझ को ना-कर्दा गुनह का मो'तरिफ़ होना पड़ा

मेरी तन्हाई के एजाज़ में शामिल है वही

कैसे अफ़्सूँ थे वहाँ कैसे फ़साने थे उधर

गुज़रते वक़्त को बुनियाद करने वाला हूँ

बज़्म ख़ाली नहीं मेहमान निकल आते हैं

आवारा भटकता रहा पैग़ाम किसी का

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