Love Poetry of Ain Tabish

Love Poetry of Ain Tabish
नामऐन ताबिश
अंग्रेज़ी नामAin Tabish
जन्म की तारीख1958
जन्म स्थानPatna

जी लगा रक्खा है यूँ ताबीर के औहाम से

एक ख़ुश्बू थी जो मल्बूस पे ताबिंदा थी

एक बस्ती थी हुई वक़्त के अंदोह में गुम

ज़मीन अपने बेटों को पहचानती है

पुरानी फ़ाइलों में गुनगुनाती शाम

मुलाक़ातें नहीं फिर भी मुलाक़ातें

मैं अल्बम के वरक़ जब भी उलटता हूँ

हवेली मौत की दहलीज़ पर

इक शहर था इक बाग़ था

बदलने का कोई मौसम नहीं होता

अदम से परे

यहाँ के रंग बड़े दिल-पज़ीर हुए हैं

वही जुनूँ की सोख़्ता-जानी वही फ़ुसूँ अफ़्सानों का

ताबिश ये भला कौन सी रुत आई है जानी

प्यास बढ़ती हुई ता-हद्द-ए-नज़र पानी था

मेरी तन्हाई के एजाज़ में शामिल है वही

ख़ाकसारी थी कि बिन देखे ही हम ख़ाक हुए

कैसे अफ़्सूँ थे वहाँ कैसे फ़साने थे उधर

जी रहे हैं आफ़ियत में तो हुनर ख़्वाबों का है

हयात-ए-सोख़्ता-सामाँ इक इस्तिअा'रा-ए-शाम

गुज़रते वक़्त को बुनियाद करने वाला हूँ

ऐन ताबिश Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by ऐन ताबिश. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by ऐन ताबिश. Share the ऐन ताबिश Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.