Patriotic Poetry of Akbar Allahabadi

Patriotic Poetry of Akbar Allahabadi
नामअकबर इलाहाबादी
अंग्रेज़ी नामAkbar Allahabadi
जन्म की तारीख1846
मौत की तिथि1921
जन्म स्थानAllahabad

क़ौम के ग़म में डिनर खाते हैं हुक्काम के साथ

बूट दासन ने बनाया मैं ने इक मज़मून लिखा

अगर मज़हब ख़लल-अंदाज़ है मुल्की मक़ासिद में

नई तहज़ीब

मिस सीमीं बदन

मदरसा अलीगढ़

दरबार1911

बर्क़-ए-कलीसा

नई तहज़ीब से साक़ी ने ऐसी गर्म-जोशी की

लुत्फ़ चाहो इक बुत-ए-नौ-ख़ेज़ को राज़ी करो

ख़ुशी है सब को कि ऑपरेशन में ख़ूब निश्तर ये चल रहा है

ख़ुदा अलीगढ़ की मदरसे को तमाम अमराज़ से शिफ़ा दे

जज़्बा-ए-दिल ने मिरे तासीर दिखलाई तो है

दर्द तो मौजूद है दिल में दवा हो या न हो

अकबर इलाहाबादी देशभक्तिपूर्ण Poetry in Hindi - Read famous देशभक्तिपूर्ण Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अकबर इलाहाबादी. Largest collection of देशभक्तिपूर्ण Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अकबर इलाहाबादी. Share the अकबर इलाहाबादी देशभक्तिपूर्ण Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.