Heart Broken Poetry of Aziz Hyderabadi
नाम | अज़ीज़ हैदराबादी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Aziz Hyderabadi |
कविताएं
Ghazal 18
Couplets 25
Love 22
Sad 19
Heart Broken 21
Bewafa 2
Hope 4
Islamic 3
Sufi 1
ख्वाब 1
Sharab 5
वो सुनें या न सुनें नाला-ओ-फ़रियाद 'अज़ीज़'
उस ने सुन कर बात मेरी टाल दी
नाले हैं न आहें हैं न रोना न तड़पना
कोई रुस्वा कोई सौदाई है
गिन रहा हूँ हर्फ़ उन के अहद के
देखता हूँ उन की सूरत देख कर
आँखों में तिरी शक्ल है दिल में है तिरी याद
ज़िंदगी नाम है मोहब्बत का
ज़ालिम तिरे वादों ने दीवाना बना रक्खा
वहशत-ए-दिल का अजब रंग नज़र आता है
उठाईं हिज्र की शब दिल ने आफ़तें क्या क्या
शोख़ी उफ़-रे तिरी नज़र की
शोख़ी से कश्मकश नहीं अच्छी हिजाब की
नाज़नीनान-ए-जहाँ शोबदा-गर पक्के हैं
नाले दम लेते नहीं या-रब फ़ुग़ाँ रुकती नहीं
न बदलना था न बदला दिल-ए-शैदा अपना
क्यूँ ख़फ़ा हो क्यूँ इधर आते नहीं
कोई रुस्वा कोई सौदाई है
जफ़ा देखनी थी सितम देखना था
इन की ठोकर में शरारत होगी
बढ़ गईं गुस्ताख़ियाँ मेरी सज़ा के साथ साथ