Heart Broken Poetry of Bakul Dev
नाम | बकुल देव |
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अंग्रेज़ी नाम | Bakul Dev |
जन्म की तारीख | 1980 |
जन्म स्थान | Pilani, Rajasthan |
वही आँसू वही माज़ी के क़िस्से
उतर जाता तो रुस्वाई बहुत होती
मिले अब के तो रोए टूट कर हम
ख़्वाब नद्दी सा गुज़र जाएगा
हम जो टूटे हैं बता हार भला किस की हुई
ये किस की याद का दिल पर रफ़ू था
यकायक अक्स धुँदलाने लगे हैं
तिरा लहज़ा वही तलवार जैसा था
समाअ'त के लिए इक इम्तिहाँ है
मिरे कुछ भी कहे को काटता है
कौन कहता है ठहर जाना है
जान ले ले न ज़ब्त-ए-आह कहीं
हुए हम बे-सर-ओ-सामान लेकिन
हमें देखा न कर उड़ती नज़र से
हादसात अब के सफ़र में नए ढब से आए
गो ज़रा तेज़ शुआएँ थीं ज़रा मंद थे हम
दिल से बे-सूद और जाँ से ख़राब
बारिशों में अब के याद आए बहुत
अब उजड़ने के हम न बसने के