Love Poetry of Bashir Mehtaab
नाम | बशीर महताब |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Bashir Mehtaab |
जन्म की तारीख | 1994 |
जन्म स्थान | Jammu & Kashmir |
सब की मौजूदगी समझता है
रुख़ तुम्हारा हो जिधर हम भी उधर हो जाएँगे
इक लम्हा भी गुज़ारूँ भला क्यूँ किसी के साथ
चले जाना मगर सुन लो मिरे दिल में ये हसरत है
आज-कल के शबाब देखे हैं