ये चमेली की अध-खिली कलियाँ
जैसे झुरमुट हसीं सितारों का
बार-हा हो चुकी है गो ताराज
फिर भी कितनी हसीन है दुनिया
Ahmad Faraz
Jaun Eliya
Anwar Masood
Javed Akhtar
Rahat Indori
Gulzar
Allama Iqbal
Habib Jalib
Parveen Shakir
Mir Taqi Mir
Mohsin Naqvi
Faiz Ahmad Faiz
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ज़िंदगी इस तरह भटकती है
पर-फ़िशाँ है थका थका सा ख़याल
एक मुद्दत सितम उठाने पर
दिल पे लगते हैं सैकड़ों नश्तर
फिर किसी बात का ख़याल आया
वो अँधेरे जो मुंजमिद से थे
चेहरा-ए-आफ़ाक़ को देती है नूर
हाए ये सादगी ओ पुरकारी
तेरी फ़ितरत सुकूँ-पसंदी है
ना-मुरादी के तुंद तूफ़ाँ में
हाल-ए-दिल तुम से आज कहता हूँ
शौक़-ओ-अरमाँ की बे-क़रारी को