रियाज़ ख़ैराबादी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का रियाज़ ख़ैराबादी (page 7)
नाम | रियाज़ ख़ैराबादी |
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अंग्रेज़ी नाम | Riyaz Khairabadi |
जन्म की तारीख | 1853 |
मौत की तिथि | 1934 |
जन्म स्थान | Khairabad |
दर्द हो तो दवा करे कोई
दर खुला सुब्ह को पौ फटते ही मय-ख़ाने का
छेड़ते हैं गुदगुदाते हैं फिर अरमाँ आज-कल
बहुत ही पर्दे में इज़हार-ए-आरज़ू करते
बात दिल की ज़बान पर आई
बाम पर आए कितनी शान से आज
बाला-ए-बाम ग़ैर है में आस्तान पर
अक्स पर यूँ आँख डाली जाएगी
अगर उन के लब पर गिला है किसी का
आरज़ू भी तो कर नहीं आती
आप आए तो ख़याल-ए-दिल-ए-नाशाद आया
आईना देखते ही वो दीवाना हो गया