अब्दुल हमीद अदम कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अब्दुल हमीद अदम (page 6)
नाम | अब्दुल हमीद अदम |
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अंग्रेज़ी नाम | Abdul Hamid Adam |
जन्म की तारीख | 1910 |
मौत की तिथि | 1981 |
तही सा जाम तो था गिर के बह गया होगा
सो के जब वो निगार उठता है
सितारों के आगे जो आबादियाँ हैं
शब की बेदारियाँ नहीं अच्छी
साक़ी शराब ला कि तबीअ'त उदास है
रक़्स करता हूँ जाम पीता हूँ
मुस्कुरा कर ख़िताब करते हो
मुश्किल ये आ पड़ी है कि गर्दिश में जाम है
मुंक़लिब सूरत-ए-हालात भी हो जाती है
मुझ से चुनाँ-चुनीं न करो मैं नशे मैं हूँ
मोहतात ओ होशियार तो बे-इंतिहा हूँ मैं
मिरा इख़्लास भी इक वज्ह-ए-दिल-आज़ारी है
मतलब मुआ'मलात का कुछ पा गया हूँ मैं
मय-ख़ाना-ए-हस्ती में अक्सर हम अपना ठिकाना भूल गए
मय-कदा था चाँदनी थी मैं न था
लहरा के झूम झूम के ला मुस्कुरा के ला
क्या बात है ऐ जान-ए-सुख़न बात किए जा
कितनी बे-साख़्ता ख़ता हूँ मैं
ख़ुश हूँ कि ज़िंदगी ने कोई काम कर दिया
खुली वो ज़ुल्फ़ तो पहली हसीन रात हुई
ख़ैरात सिर्फ़ इतनी मिली है हयात से
ख़ाली है अभी जाम मैं कुछ सोच रहा हूँ
कश्ती चला रहा है मगर किस अदा के साथ
जुम्बिश-ए-काकुल-ए-महबूब से दिन ढलता है
जो भी तेरे फ़क़ीर होते हैं
जिस वक़्त भी मौज़ूँ सी कोई बात हुई है
जहाँ वो ज़ुल्फ़-ए-बरहम कारगर महसूस होती है
जब तिरे नैन मुस्कुराते हैं
इतना तो दोस्ती का सिला दीजिए मुझे
हम से चुनाँ-चुनीं न करो हम नशे में हैं