Hope Poetry of Arsh Malsiyani

Hope Poetry of Arsh Malsiyani
नामअर्श मलसियानी
अंग्रेज़ी नामArsh Malsiyani
जन्म की तारीख1908
मौत की तिथि1979

इक रौशनी सी दिल में थी वो भी नहीं रही

मेरे प्यारे वतन

मेरा वतन

मैं क्यूँ भूल जाऊँ

जश्न-ए-आज़ादी

दीवाली

ज़ख़्म-ए-दिल भी दिखा के देख लिया

ये दौर-ए-ख़िरद है दौर-ए-जुनूँ इस दौर में जीना मुश्किल है

तू अगर दिल में एक बार आए

पहला सा वो जुनून-ए-मोहब्बत नहीं रहा

नैरंगी-ए-बहार-ओ-ख़िज़ाँ देखते रहे

मोहब्बत सोज़ भी है साज़ भी है

ख़ाना-ए-दिल में दाग़ जल न सका

इश्क़-ए-बुताँ का ले के सहारा कभी कभी

एहसास-ए-हुस्न बन के नज़र में समा गए

अगर तक़दीर तेरी बाइस-ए-आज़ार हो जाए

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