Bewafa Poetry of Bekhud Dehlvi
नाम | बेख़ुद देहलवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Bekhud Dehlvi |
जन्म की तारीख | 1863 |
मौत की तिथि | 1955 |
जन्म स्थान | Delhi |
कविताएं
Ghazal 58
Couplets 71
Love 56
Sad 45
Heart Broken 57
Bewafa 16
Hope 30
Friendship 14
Islamic 22
Sufi 3
ख्वाब 9
Sharab 18
उन्हें तो सितम का मज़ा पड़ गया है
मुझ को न दिल पसंद न वो बेवफ़ा पसंद
न सही आप हमारे जो मुक़द्दर में नहीं
न अरमाँ बन के आते हैं न हसरत बन के आते हैं
मुझ को न दिल पसंद न वो बेवफ़ा पसंद
लड़ाएँ आँख वो तिरछी नज़र का वार रहने दें
ख़ुदा रक्खे तुझे मेरी बुराई देखने वाले
हज़रत-ए-दिल ये इश्क़ है दर्द से कसमसाए क्यूँ
दिल है मुश्ताक़ जुदा आँख तलबगार जुदा
दिल चुरा ले गई दुज़्दीदा-नज़र देख लिया
बेवफ़ा कहने से क्या वो बेवफ़ा हो जाएगा
बज़्म-ए-दुश्मन में बुलाते हो ये क्या करते हो
बनी थी दिल पे कुछ ऐसी की इज़्तिराब न था
ऐसा बना दिया तुझे क़ुदरत ख़ुदा की है
आशिक़ समझ रहे हैं मुझे दिल लगी से आप
आप हैं बे-गुनाह क्या कहना