Love Poetry of Dil Shahjahanpuri

Love Poetry of Dil Shahjahanpuri
नामदिल शाहजहाँपुरी
अंग्रेज़ी नामDil Shahjahanpuri

शबाब ढलते ही आई पीरी मआ'ल पर अब नज़र हुई है

मैं ग़र्क़ हो रहा था कि तूफ़ान-ए-इश्क़ ने

हुस्न-ए-ख़ुद-बीं को हुआ और सिवा नाज़-ए-हिजाब

असर-ए-इश्क़ से हूँ सूरत-ए-शम्अ ख़ामोश

आरज़ू लुत्फ़ तलब इश्क़ सरासर नाकाम

आग़ाज़-ए-मोहब्बत से अंजाम-ए-मोहब्बत तक

तमकीं है और हुस्न-ए-गरेबाँ है और हम

फिर ए'तिबार-ए-इश्क़ के क़ाबिल नहीं रहा

मायूस-ए-अज़ल हूँ ये माना नाकाम-ए-तमन्ना रहना है

मय-ए-कौसर का असर चश्म-ए-सियह-फ़ाम में है

क्या कहिए दास्तान-ए-तमन्ना बदल गई

कूचा-गर्दी में जवानी जाएगी

कूचा-गर्दी में जवानी जाएगी

ऐ इश्क़ तू ने वाक़िफ़-ए-मंज़िल बना दिया

दिल शाहजहाँपुरी Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by दिल शाहजहाँपुरी. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by दिल शाहजहाँपुरी. Share the दिल शाहजहाँपुरी Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.