हफ़ीज़ जालंधरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का हफ़ीज़ जालंधरी (page 4)
नाम | हफ़ीज़ जालंधरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hafeez Jalandhari |
जन्म की तारीख | 1900 |
मौत की तिथि | 1982 |
जन्म स्थान | Lahore |
कविताएं
Ghazal 67
Nazam 17
Couplets 79
Qita 20
Kids 2
Love 90
Sad 84
Heart Broken 80
Bewafa 6
Hope 51
Friendship 30
Islamic 47
Sufi 6
Social 3
देशभक्तिपूर्ण 7
बारिश 9
ख्वाब 12
Sharab 19
ब-ज़ाहिर सादगी से मुस्कुरा कर देखने वालो
ऐ मिरी जान अपने जी के सिवा
ऐ 'हफ़ीज़' आह आह पर आख़िर
अहल-ए-ज़बाँ तो हैं बहुत कोई नहीं है अहल-ए-दिल
अहबाब का शिकवा क्या कीजिए ख़ुद ज़ाहिर ओ बातिन एक नहीं
अभी मीआद बाक़ी है सितम की
अब मुझे मानें न मानें ऐ 'हफ़ीज़'
आँख कम-बख़्त से उस बज़्म में आँसू न रुका
आने वाले किसी तूफ़ान का रोना रो कर
आने वाले जाने वाले हर ज़माने के लिए
आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने
तौबा-नामा
तराना-ए-पाकिस्तान
तकिया
शाएर
सख़्त-गीर आक़ा
रक़्क़ासा
पिए जा
मेरी शाएरी
कृष्ण कन्हैया
इरशाद की याद में
'इक़बाल' के मज़ार पर
फ़ुर्सत की तमन्ना में
एक लड़की शादाँ
बसंती तराना
अभी तो मैं जवान हूँ
अब ख़ूब हँसेगा दीवाना
आख़िरी रात
ज़िंदगी का लुत्फ़ भी आ जाएगा
ये मुलाक़ात मुलाक़ात नहीं होती है