Islamic Poetry of Iftikhar Arif
नाम | इफ़्तिख़ार आरिफ़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Iftikhar Arif |
जन्म की तारीख | 1940 |
जन्म स्थान | Islamabad |
कविताएं
Ghazal 61
Nazam 40
Couplets 105
Love 71
Sad 76
Heart Broken 86
Bewafa 9
Hope 61
Friendship 10
Islamic 16
Sufi 1
Social 3
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 4
ख्वाब 48
ये वक़्त किस की रऊनत पे ख़ाक डाल गया
सिपाह-ए-शाम के नेज़े पे आफ़्ताब का सर
पयम्बरों से ज़मीनें वफ़ा नहीं करतीं
मिरे ख़ुदा मुझे इतना तो मो'तबर कर दे
मैं अपने ख़्वाब से कट कर जियूँ तो मेरा ख़ुदा
शहर इल्म के दरवाज़े पर
दुआ
अबू-तालिब के बेटे
वही प्यास है वही दश्त है वही घराना है
मिरे ख़ुदा मुझे इतना तो मो'तबर कर दे
कोई तो फूल खिलाए दुआ के लहजे में
कोई मुज़्दा न बशारत न दुआ चाहती है
इन्हीं में जीते इन्हीं बस्तियों में मर रहते
हरीम-ए-लफ़्ज़ में किस दर्जा बे-अदब निकला
फ़ज़ा में वहशत-ए-संग-ओ-सिनाँ के होते हुए
दुख और तरह के हैं दुआ और तरह की