लाखों चीज़ें बना के भेजें अंग्रेज़
दाल की फ़रियाद
नसीहत
है इश्क़ से हुस्न की सफ़ाई ज़ाहिर
करता हूँ सदा मैं अपनी शानें तब्दील
बुरहान-ओ-दलील ऐन गुमराही है
चिड़िया के बच्चे
मजमूआ-ए-ख़ार-ओ-गुल है ज़ेब-ए-गुलज़ार
इसराफ़ से एहतिराज़ अगर फ़रमाते
ये क़ौल किसी बुज़ुर्ग का सच्चा है
थोड़ा थोड़ा मिल कर बहुत हो जाता है
दर-अस्ल कहाँ है इख़्तिलाफ़-ए-अहवाल