तुम ने जब शहर को जंगल में बदल डाला है
फिर तो अब क़ैस को जंगल से निकल आने दो
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छाँव मिल जाए तो कम दाम में बिक जाती है
बादशाहों को सिखाया है क़लंदर होना
मोहब्बत एक पाकीज़ा अमल है इस लिए शायद
बच्चों की फ़ीस उन की किताबें क़लम दवात
माँ ख़्वाब में आ कर ये बता जाती है हर रोज़
मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता
लिपट जाता हूँ माँ से और मौसी मुस्कुराती है
कुछ बिखरी हुई यादों के क़िस्से भी बहुत थे
लिपस्टिक
मिट्टी का बदन कर दिया मिट्टी के हवाले
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई
आप को चेहरे से भी बीमार होना चाहिए