अब्दुल अहद साज़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अब्दुल अहद साज़ (page 3)

अब्दुल अहद साज़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अब्दुल अहद साज़ (page 3)
नामअब्दुल अहद साज़
अंग्रेज़ी नामAbdul Ahad Saaz
जन्म की तारीख1950
जन्म स्थानMumbai

आवाज़ के मोती

आरज़ू

ज़िक्र हम से बे-तलब का क्या तलबगारी के दिन

यूँ तो सौ तरह की मुश्किल सुख़नी आए हमें

यूँ भी दिल अहबाब के हम ने गाहे गाहे रक्खे थे

तब-ए-हस्सास मिरी ख़ार हुई जाती है

सोच कर भी क्या जाना जान कर भी क्या पाया

सवाल का जवाब था जवाब के सवाल में

सवाल बे-अमान बन के रह गए

सामेआ लज़्ज़त-ए-बयान-ज़दा

सबक़ उम्र का या ज़माने का है

नज़र आसूदा-काम-ए-रौशनी है

न मक़ामात न तरतीब-ए-ज़मानी अपनी

मिज़ाज-ए-सहल-तलब अपना रुख़्सतें माँगे

मिरी निगाहों पे जिस ने शाम ओ सहर की रानाइयाँ लिखी हैं

मिरी झोली में वो लफ़्ज़ों के मोती डाल देता है

मेरी आँखों से गुज़र कर दिल ओ जाँ में आना

मौत से आगे सोच के आना फिर जी लेना

मरने की पुख़्ता-ख़याली में जीने की ख़ामी रहने दो

मंज़र शमशान हो गया है

मैं ने अपनी रूह को अपने तन से अलग कर रक्खा है

लम्हा-ए-तख़्लीक़ बख़्शा उस ने मुझ को भीक में

लफ़्ज़ों के सहरा में क्या मा'नी के सराब दिखाना भी

लफ़्ज़ का दरिया उतरा दश्त-ए-मआनी फैला

खुली जब आँख तो देखा कि दुनिया सर पे रक्खी है

ख़ुद को क्यूँ जिस्म का ज़िंदानी करें

खिले हैं फूल की सूरत तिरे विसाल के दिन

ख़राब-ए-दर्द हुए ग़म-परस्तियों में रहे

कभी नुमायाँ कभी तह-नशीं भी रहते हैं

जो कुछ भी ये जहाँ की ज़माने की घर की है

Abdul Ahad Saaz Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Abdul Ahad Saaz including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Abdul Ahad Saaz. Free Download all kind of Abdul Ahad Saaz Poetry in PDF. Best of Abdul Ahad Saaz Poetry in Hindi. Abdul Ahad Saaz Ghazals and Inspirational Nazams for Students.