Sad Poetry of Abdul Ahad Saaz
नाम | अब्दुल अहद साज़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Abdul Ahad Saaz |
जन्म की तारीख | 1950 |
जन्म स्थान | Mumbai |
शेर अच्छे भी कहो सच भी कहो कम भी कहो
नींद मिट्टी की महक सब्ज़े की ठंडक
नेक गुज़रे मिरी शब सिद्क़-ए-बदन से तेरे
नज़र की मौत इक ताज़ा अलमिया
मिरी रफ़ीक़-ए-नफ़्स मौत तेरी उम्र दराज़
अब आ के क़लम के पहलू में सो जाती हैं बे-कैफ़ी से
ज़ियारत
शख़्सिय्यत की मौसीक़ी
क़ौस-ए-क़ुज़ह
फीकी ज़र्द दोपहर
पस-ए-तक़रीब-ए-मुलाक़ात
नानी-अमाँ की वफ़ात पर एक नज़्म
ना-काम कोशिश
मुतज़ाद ज़ाविए
ख़याल-ए-ख़ातिर-ए-अहबाब
इंतिज़ार बाक़ी है
इबलाग़
फ़साद के ब'अद
दिल-दही
अलविदा
आवाज़ के मोती
ज़िक्र हम से बे-तलब का क्या तलबगारी के दिन
यूँ तो सौ तरह की मुश्किल सुख़नी आए हमें
यूँ भी दिल अहबाब के हम ने गाहे गाहे रक्खे थे
तब-ए-हस्सास मिरी ख़ार हुई जाती है
सामेआ लज़्ज़त-ए-बयान-ज़दा
सबक़ उम्र का या ज़माने का है
न मक़ामात न तरतीब-ए-ज़मानी अपनी
मिज़ाज-ए-सहल-तलब अपना रुख़्सतें माँगे
मिरी निगाहों पे जिस ने शाम ओ सहर की रानाइयाँ लिखी हैं