Khawab Poetry of Asra Rizvi
नाम | असरा रिज़वी |
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अंग्रेज़ी नाम | Asra Rizvi |
कविताएं
Ghazal 15
Nazam 8
Love 16
Sad 18
Heart Broken 22
Bewafa 1
Hope 14
Friendship 3
Islamic 3
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 14
Sharab 1
वस्ल की जो ख़्वाहिश है
परदेसी का ख़त
ख़्वाब इक जज़ीरा है
ये आग मोहब्बत की बुझाए न बुझे है
वो शख़्स फिर कहानी का उन्वान बन गया
उदास आँखें ग़ज़ाल आँखें
रात फिर ख़्वाब में आने का इरादा कर के
फिर कोई ताज़ा-सितम वो सितम-ईजाद करे
मैं तिरे शहर में फिरती रही मारी मारी
मैं सच तो कह दूँ पर उस को कहीं बुरा न लगे
दर्द की जोत मिरे दिल में जगाने वाले
बे-सबब ख़ौफ़ से दिल मेरा लरज़ता क्यूँ है
ऐसा ये दर्द है कि भुलाया न जाएगा
अदावतों का ये उस को सिला दिया हम ने