Ghazals of Asra Rizvi
नाम | असरा रिज़वी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Asra Rizvi |
कविताएं
Ghazal 15
Nazam 8
Love 16
Sad 18
Heart Broken 22
Bewafa 1
Hope 14
Friendship 3
Islamic 3
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 14
Sharab 1
ज़िंदगी उलझी है बिखरे हुए गेसू की तरह
ये आग मोहब्बत की बुझाए न बुझे है
वो शख़्स फिर कहानी का उन्वान बन गया
उदास आँखें ग़ज़ाल आँखें
रात फिर ख़्वाब में आने का इरादा कर के
फिर कोई ताज़ा-सितम वो सितम-ईजाद करे
मैं तिरे शहर में फिरती रही मारी मारी
मैं सच तो कह दूँ पर उस को कहीं बुरा न लगे
कर्गस को सुरख़ाब बनाना चाहोगे
दर्द की जोत मिरे दिल में जगाने वाले
बे-सबब ख़ौफ़ से दिल मेरा लरज़ता क्यूँ है
बालीदगी-ए-ज़र्फ़ पे दिखलाए गए लोग
ऐसा ये दर्द है कि भुलाया न जाएगा
अदावतों का ये उस को सिला दिया हम ने
आग जो दिल में लगी है वो बुझा दी जाए