Islamic Poetry of Barq Mirza Raza

Islamic Poetry of Barq Mirza Raza
नाममिर्ज़ा रज़ा बर्क़
अंग्रेज़ी नामBarq Mirza Raza
जन्म की तारीख1790
मौत की तिथि1857
जन्म स्थानLucknow

नहीं बुतों के तसव्वुर से कोई दिल ख़ाली

अज़ाँ दी काबे में नाक़ूस दैर में फूँका

अज़ाँ दी काबा में नाक़ूस दैर में फूँका

ऐ सनम वस्ल की तदबीरों से क्या होता है

वो शाह-ए-हुस्न जो बे-मिस्ल है हसीनों में

क़मर की वो ख़ुर्शीद तस्वीर है

गया शबाब न पैग़ाम-ए-वस्ल-ए-यार आया

बे-बुलाए हुए जाना मुझे मंज़ूर नहीं

ऐ सनम वस्ल की तदबीरों से क्या होता है

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