Rubaais of Bayan Meeruti
नाम | बयान मेरठी |
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अंग्रेज़ी नाम | Bayan Meeruti |
कविताएं
Ghazal 16
Couplets 16
Rubaai 10
Love 17
Sad 12
Heart Broken 16
Bewafa 1
Hope 8
Friendship 5
Islamic 6
ख्वाब 4
Sharab 5
सच है कि जहाँ में सैर क्या क्या देखी
पीरी की सपेदी है कि मरता हूँ मैं
कब कोई फ़ुज़ूल हाथ मिलता है भला
जो मकतब-ए-ईजाद में दाख़िल होगा
इफ़्लास में क्यूँ टेक्स लगा रक्खा है
हाँ जेहल तुम्हीं से रंग लाया फिर क्यूँ
गरमी इमसाल किस क़यामत की पड़ी
बेदार नहीं कोई जहाँ ख़्वाब में है
असरार जहाँ लतीफ़ा-ए-ग़ैबी हैं
आवारा-ए-हिर्स दर-ब-दर फिरता है