Heart Broken Poetry of Bayan Meeruti
नाम | बयान मेरठी |
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अंग्रेज़ी नाम | Bayan Meeruti |
कविताएं
Ghazal 16
Couplets 16
Rubaai 10
Love 17
Sad 12
Heart Broken 16
Bewafa 1
Hope 8
Friendship 5
Islamic 6
ख्वाब 4
Sharab 5
याद में ख़्वाब में तसव्वुर में
शैख़ के माथे पे मिट्टी बरहमन के बर में बुत
हवा-ए-वहशत दिल ले उड़ी कहाँ से कहाँ
गौहर-ए-मक़्सद मिले गर चर्ख़-ए-मीनाई न हो
वो दरिया-बार अश्कों की झड़ी है
सुब्ह क़यामत आएगी कोई न कह सका कि यूँ
सर-ए-शोरीदा पा-ए-दश्त-ए-पैमा शाम-ए-हिज्राँ था
मिस्ल-ए-हुबाब-ए-बहर न इतना उछल के चल
लहू टपका किसी की आरज़ू से
ख़ूँ बहाने के हैं हज़ार तरीक़
खुला है जल्वा-ए-पिन्हाँ से अज़-बस चाक वहशत का
ख़ाक करती है ब-रंग-ए-चर्ख़-ए-नीली-फ़ाम रक़्स
ग़म्ज़ा-ए-मा'शूक़ मुश्ताक़ों को दिखलाती है तेग़
बदलने रंग सिखलाए जहाँ को
ऐ जुनूँ हाथ के चलते ही मचल जाऊँगा
आएँगे गर उन्हें ग़ैरत होगी