Coupletss of Bayan Meeruti
नाम | बयान मेरठी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Bayan Meeruti |
कविताएं
Ghazal 16
Couplets 16
Rubaai 10
Love 17
Sad 12
Heart Broken 16
Bewafa 1
Hope 8
Friendship 5
Islamic 6
ख्वाब 4
Sharab 5
ये तासीर मोहब्बत है कि टपका
याद में ख़्वाब में तसव्वुर में
वो पोशीदा रखते हैं अपना तअ'ल्लुक़
वो हटे आँख के आगे से तो बस सूरत-ए-अक्स
वही उठाए मुझे जो बने मिरा मज़दूर
शैख़ के माथे पे मिट्टी बरहमन के बर में बुत
पार दरिया-ए-शहादत से उतर जाते हैं सर
नैरंगियाँ फ़लक की जभी हैं कि हों बहम
नहीं ये आदमी का काम वाइ'ज़
कभी हँसाया कभी रुलाया कभी रुलाया कभी हँसाया
हज़ारों दिल मसल कर पैर से झुँझला के यूँ बोले
हवा-ए-वहशत दिल ले उड़ी कहाँ से कहाँ
गौहर-ए-मक़्सद मिले गर चर्ख़-ए-मीनाई न हो
दिल आया है क़यामत है मिरा दिल
ऐ तन-परस्त जामा-ए-सूरत कसीफ़ है
अदाएँ ता-अबद बिखरी पड़ी हैं