तुझ में जिस दम धियान जाता है
होश आया उस आन जाता है
दिल मिरा गुम हुआ सनम अल्लाह
तुझ पे मेरा गुमान जाना है
तेरे मिज़्गाँ की क्या करूँ तारीफ़
तीर ये बे-कमान जाता है
हाए ज़ालिम हूँ नीम-जाँ टुक देख
हाथ से इक जवान जाता है
सज मिरे शोख़ की ज़रा देखो
जैसे बाँका पठान जाता है