Khawab Poetry of Ghulam Maula Qalaq

Khawab Poetry of Ghulam Maula Qalaq
नामग़ुलाम मौला क़लक़
अंग्रेज़ी नामGhulam Maula Qalaq

न ये है न वो है न मैं हूँ न तू है

वही वा'दा है वही आरज़ू वही अपनी उम्र-ए-तमाम है

उठने में दर्द-ए-मुत्तसिल हूँ मैं

न हो आरज़ू कुछ यही आरज़ू है

ऐ सितम-आज़मा जफ़ा कब तक

ऐ ख़ार ख़ार-ए-हसरत क्या क्या फ़िगार हैं हम

आए क्या तेरा तसव्वुर ध्यान में

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