दर्द हो तो दवा करे कोई
मौत ही हो तो क्या करे कोई
Anwar Masood
Jaun Eliya
Javed Akhtar
Habib Jalib
Gulzar
Mir Taqi Mir
Faiz Ahmad Faiz
Allama Iqbal
Parveen Shakir
Wasi Shah
Rahat Indori
Mohsin Naqvi
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(361) Peoples Rate This
जफ़ा में नाम निकालो न आसमाँ की तरह
न तारे अफ़्शाँ न कहकशाँ है नमूना हँसती हुई जबीं का
किस किस तरह बुलाए गए मय-कदे में आज
क़ुलक़ुल-ए-मीना सदा नाक़ूस की शोर-ए-अज़ाँ
आलम-ए-हू में कुछ आवाज़ सी आ जाती है
बहार आते ही फूलों ने छावनी छाई
आगे कुछ बढ़ कर मिलेगी मस्जिद-ए-जामे 'रियाज़'
आफ़त हमारी जान को है बे-क़रार दिल
दिल-जलों से दिल-लगी अच्छी नहीं
आप आए तो ख़याल-ए-दिल-ए-नाशाद आया