Coupletss of Aziz Bano Darab Wafa (page 3)
नाम | अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा |
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अंग्रेज़ी नाम | Aziz Bano Darab Wafa |
जन्म की तारीख | 1926 |
मौत की तिथि | 2005 |
जन्म स्थान | Lucknow |
कविताएं
Ghazal 32
Couplets 75
Love 32
Sad 11
Heart Broken 33
Hope 15
Friendship 1
Social 4
बारिश 2
ख्वाब 5
Sharab 3
हमारी बेबसी शहरों की दीवारों पे चिपकी है
गए मौसम में मैं ने क्यूँ न काटी फ़स्ल ख़्वाबों की
फ़साना-दर-फ़साना फिर रही है ज़िंदगी जब से
इक वही खोल सका सातवाँ दर मुझ पे मगर
एक मुद्दत से ख़यालों में बसा है जो शख़्स
धूप मेरी सारी रंगीनी उड़ा ले जाएगी
चराग़ों ने हमारे साए लम्बे कर दिए इतने
चराग़ बन के जली थी मैं जिस की महफ़िल में
चमन पे बस न चला वर्ना ये चमन वाले
बुझा के रख गया है कौन मुझ को ताक़-ए-निस्याँ पर
बिछड़ के भीड़ में ख़ुद से हवासों का वो आलम था
अपनी हस्ती का कुछ एहसास तो हो जाए मुझे
अहमियत का मुझे अपनी भी तो अंदाज़ा है
आज कम-अज़-कम ख़्वाबों ही में मिल के पी लेते हैं, कल
आईना-ख़ाने में खींचे लिए जाता है मुझे