Coupletss of Bimal Krishn Ashk

Coupletss of Bimal Krishn Ashk
नामबिमल कृष्ण अश्क
अंग्रेज़ी नामBimal Krishn Ashk
जन्म की तारीख1924
मौत की तिथि1982

उसे छत पर खड़े देखा था मैं ने

तुम तो कुछ ऐसे भूल गए हो जैसे कभी वाक़िफ़ ही नहीं थे

सभी इंसाँ फ़रिश्ते हो गए हैं

पड़ने लगे जो ज़ोर हवस का तो क्या निगाह

मैं बंद कमरे की मजबूरियों में लेटा रहा

जिस्म में ख़्वाहिश न थी एहसास में काँटा न था

एक दुनिया ने तुझे देखा है लेकिन मैं ने

देखने निकला हूँ दुनिया को मगर क्या देखूँ

दायरा खींच के बैठा हूँ बड़ी मुद्दत से

बदन के लोच तक आज़ाद है वो

बदन ढाँपे हुए फिरता हूँ यानी

ऐसा हुआ कि घर से न निकला तमाम दिन

अब यही दुख है हमीं में थी कमी उस में न थी

अब के बसंत आई तो आँखें उजड़ गईं

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