असरार-उल-हक़ मजाज़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का असरार-उल-हक़ मजाज़ (page 2)
नाम | असरार-उल-हक़ मजाज़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Asrar-ul-Haq Majaz |
जन्म की तारीख | 1911 |
मौत की तिथि | 1955 |
जन्म स्थान | Lucknow |
कविताएं
Ghazal 39
Nazam 57
Couplets 33
Qita 10
Love 99
Sad 62
Heart Broken 81
Bewafa 1
Hope 45
Friendship 17
Islamic 20
Sufi 4
Social 2
देशभक्तिपूर्ण 10
बारिश 11
ख्वाब 20
Sharab 33
इस महफ़िल-ए-कैफ़-ओ-मस्ती में इस अंजुमन-ए-इरफ़ानी में
हुस्न को शर्मसार करना ही
हम अर्ज़-ए-वफ़ा भी कर न सके कुछ कह न सके कुछ सुन न सके
हिन्दू चला गया न मुसलमाँ चला गया
हिज्र में कैफ़-ए-इज़्तिराब न पूछ
डुबो दी थी जहाँ तूफ़ाँ ने कश्ती
दफ़्न कर सकता हूँ सीने में तुम्हारे राज़ को
छुप गए वो साज़-ए-हस्ती छेड़ कर
बताऊँ क्या तुझे ऐ हम-नशीं किस से मोहब्बत है
बताऊँ क्या तुझे ऐ हम-नशीं किस से मोहब्बत है
बहुत मुश्किल है दुनिया का सँवरना
ऐ शौक़-ए-नज़ारा क्या कहिए नज़रों में कोई सूरत ही नहीं
आप की मख़्मूर आँखों की क़सम
ज़हराब-ए-हुस्न
वतन-आशोब
उन का जश्न-ए-साल-गिरह
तिफ़्ली के ख़्वाब
तआरुफ़
शिकवा-ए-मुख़्तसर
शौक़-ए-गुरेज़ाँ
शरारे
शम-ए-रह-गुज़र
शहर-ए-निगार
सरमाया-दारी
साक़ी
सानेहा
रात और रेल
पर्दा और इस्मत
पहला जश्न-ए-आज़ादी
नूरा