Coupletss of Hakeem Manzoor

Coupletss of Hakeem Manzoor
नामहकीम मंज़ूर
अंग्रेज़ी नामHakeem Manzoor

तुझ पे खुल जाएँगे ख़ुद अपने भी असरार कई

तेरी आँखों में आँसू भी देखे हैं

शहर के आईन में ये मद भी लिक्खी जाएगी

रेज़ा रेज़ा रात भर जो ख़ौफ़ से होता रहा

न जाने किस लिए रोता हूँ हँसते हँसते मैं

मुझ में थे जितने ऐब वो मेरे क़लम ने लिख दिए

जो मेरे पास था सब लूट ले गया कोई

इतना बदल गया हूँ कि पहचानने मुझे

हम किसी बहरूपिए को जान लें मुश्किल नहीं

हर एक आँख को कुछ टूटे ख़्वाब दे के गया

गिरेगी कल भी यही धूप और यही शबनम

देखते हैं दर-ओ-दीवार हरीफ़ाना मुझे

छोड़ कर बार-ए-सदा वो बे-सदा हो जाएगा

बाग़ में होना ही शायद सेब की पहचान थी

अपनी नज़र से टूट कर अपनी नज़र में गुम हुआ

अगरचे उस की हर इक बात खुरदुरी है बहुत

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