Qitas of Akhtar Ansari (page 3)
नाम | अख़्तर अंसारी |
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अंग्रेज़ी नाम | Akhtar Ansari |
जन्म की तारीख | 1909 |
मौत की तिथि | 1988 |
कविताएं
Ghazal 46
Couplets 25
Rubaai 24
Qita 74
Love 50
Sad 42
Heart Broken 47
Bewafa 7
Hope 28
Friendship 4
Islamic 4
बारिश 2
ख्वाब 10
Sharab 10
फ़िदा-ए-मंज़िल-ए-बे-जादा हैं ख़ुदा रक्खे
फ़ज़ा उमडी हुई है इक छलकते जाम की मानिंद
फ़ज़ा है नूर की बारिश से सीम-गूँ इस वक़्त
एक तस्वीर खींच दी गोया
एक सब्र-आज़मा जुदाई है
दिल-ए-हसरत-ज़दा में एक शोला सा भड़कता है
दिल तो रोए मगर मैं गाए जाऊँ
दिल को बर्बाद किए जाती है
चाँदनी, तारे, अब्र के टुकड़े
बहुत से इशरत-ए-नौ-रोज़-ओ-ईद में हैं मगन
बातें करने में फूल झड़ते हैं
अब कहाँ हूँ कहाँ नहीं हूँ मैं
आह! मर्ग-ए-आरज़ू का माजरा अब क्या कहूँ
आब-ए-दरिया में है जिस तरह रवानी पिन्हाँ