Rubaais of Ghulam Maula Qalaq (page 3)
नाम | ग़ुलाम मौला क़लक़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ghulam Maula Qalaq |
कविताएं
Ghazal 42
Couplets 49
Rubaai 69
Love 43
Sad 40
Heart Broken 49
Bewafa 15
Hope 39
Friendship 24
Islamic 15
Sufi 6
देशभक्तिपूर्ण 3
ख्वाब 7
Sharab 18
दामन से गुल-ए-ताज़ा महकते निकले
बे-बर्ग-ओ-नवा की शेर-ख़्वानी मा'लूम
बानो ने कहा क़तरा नहीं शीर का है
ऐ पर्दा-नशीं सहल हुआ ये इश्काल
ऐ चश्म-ए-ग़मीं तेरे एवज़ रोए कौन
ऐ अब्र कहाँ तक तिरे रस्ते देखें
अफ़्सोस तिरी वज़्अ पे आता है 'क़लक़'
अफ़्साना-ए-यार बहर-ए-वसलत है लज़ीज़
आलूदा ख़यालात में तेरे हूँ मुदाम