Coupletss of Ram Awtar Gupta Muztar

Coupletss of Ram Awtar Gupta Muztar
नामराम अवतार गुप्ता मुज़्तर
अंग्रेज़ी नामRam Awtar Gupta Muztar

ज़रा देखें तो दुनिया कैसे कैसे रंग भरती है

तेरा होना न मान कर गोया

शाम-ए-अवध ने ज़ुल्फ़ में गूँधे नहीं हैं फूल

सफ़र का रुख़ बदल कर देखता हूँ

रह-ए-क़रार अजब राह-ए-बे-क़रारी है

नवाज़ा है मुझे पत्थर से जिस ने

नामूस-ए-ज़िंदगी ग़म-ए-इंसाँ में ढाल कर

न आए मेरे होंटों तक जो पैमाना नहीं आता

मैं कैसे तय करूँ बे-सम्त रास्तों का सफ़र

लम्हा लम्हा बिखर रहा हूँ मैं

जो छू लूँ आसमाँ पाँव की धरती खींच लेता है

दुनिया तेरे नाम से मुझ को पहचाने

दिल का सुकून रिज़्क़ के हंगामे खा गए

देख लिया क्या जाने शाम की सूनी आँखों में

बे-दीन हुए ईमान दिया हम इश्क़ में सब कुछ खो बैठे

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