अहमद फ़राज़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद फ़राज़ (page 6)
नाम | अहमद फ़राज़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ahmad Faraz |
जन्म की तारीख | 1931 |
मौत की तिथि | 2008 |
अगरचे ज़ोर हवाओं ने डाल रक्खा है
अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर
अभी तो जाग रहे हैं चराग़ राहों के
अभी कुछ और करिश्मे ग़ज़ल के देखते हैं
अब ज़मीं पर कोई गौतम न मोहम्मद न मसीह
अब उसे लोग समझते हैं गिरफ़्तार मिरा
अब तो ये आरज़ू है कि वो ज़ख़्म खाइए
अब तिरे ज़िक्र पे हम बात बदल देते हैं
अब तिरा ज़िक्र भी शायद ही ग़ज़ल में आए
अब तक दिल-ए-ख़ुश-फ़हम को तुझ से हैं उमीदें
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो
अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम
आशिक़ी में 'मीर' जैसे ख़्वाब मत देखा करो
आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
आज हम दार पे खींचे गए जिन बातों पर
आज इक और बरस बीत गया उस के बग़ैर
ज़ेर-ए-लब
वापसी
तो बेहतर है यही
तसलसुल
तख़्लीक़
सवाल
सरहदें
सफ़ेद छड़ियाँ
पहली आवाज़
नामा-ए-जानाँ
मुझ से पहले
मुहासरा
मयूरका