Coupletss of Baqar Mehdi

Coupletss of Baqar Mehdi
नामबाक़र मेहदी
अंग्रेज़ी नामBaqar Mehdi
जन्म की तारीख1927
मौत की तिथि2006
जन्म स्थानMumbai

ये सोच कर तिरी महफ़िल से हम चले आए

ये किस जगह पे क़दम रुक गए हैं क्या कहिए

सैलाब-ए-ज़िंदगी के सहारे बढ़े चलो

क़ाफ़िले ख़ुद सँभल सँभल के बढ़े

मुझे दुश्मन से अपने इश्क़ सा है

मेरे सनम-कदे में कई और बुत भी हैं

काफ़िरी इश्क़ का शेवा है मगर तेरे लिए

कभी तो भूल गए पी के नाम तक उन का

जाने क्यूँ उन से मिलते रहते हैं

जाने किन मुश्किलों से जीते हैं

इस तरह कुछ बदल गई है ज़मीं

इस शहर में है कौन हमारा तिरे सिवा

हम मिलें या न मिलें फिर भी कभी ख़्वाबों में

फ़ासले ऐसे कि इक उम्र में तय हो न सकें

एक तूफ़ाँ की तरह कब से किनारा-कश है

दामन-ए-सब्र के हर तार से उठता है धुआँ

चले तो जाते हो रूठे हुए मगर सुन लो

ऐसी बेगानगी नहीं देखी

आज़मा लो कि दिल को चैन आए

आईना क्या किस को दिखाता गली गली हैरत बिकती थी

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