बारिश Poetry (page 17)
पानी की आवाज़
अंजुम सलीमी
आँखों में तूफ़ान बहुत है
अंजुम लुधियानवी
कुछ तो नया किया है हवा ने पता करो
अंजुम बाराबंकवी
दिल का गुलाब मैं ने जिसे चूम कर दिया
अंजुम बाराबंकवी
अनजाने ख़्वाब की ख़ातिर क्यूँ चैन गँवाया
अंजुम अंसारी
दिल पर यूँही चोट लगी तो कुछ दिन ख़ूब मलाल किया
अनीस अंसारी
मुझे इल्ज़ाम न दे तर्क-ए-शकेबाई का
अंदलीब शादानी
हेलुसिनेशन
अम्मार इक़बाल
बुज़दिल
अमजद इस्लाम अमजद
न आसमाँ से न दुश्मन के ज़ोर ओ ज़र से हुआ
अमजद इस्लाम अमजद
जब भी आँखों में तिरे वस्ल का लम्हा चमका
अमजद इस्लाम अमजद
हुज़ूर-ए-यार में हर्फ़ इल्तिजा के रक्खे थे
अमजद इस्लाम अमजद
दाम-ए-ख़ुशबू में गिरफ़्तार सबा है कब से
अमजद इस्लाम अमजद
चेहरे पे मिरे ज़ुल्फ़ को फैलाओ किसी दिन
अमजद इस्लाम अमजद
अपने घर की खिड़की से मैं आसमान को देखूँगा
अमजद इस्लाम अमजद
नज़्म
अमीताभ बच्चन
कुछ तो एहसास-ए-मोहब्बत से हुईं नम आँखें
अमीता परसुराम 'मीता'
सुब्ह-ए-रौशन को अंधेरों से भरी शाम न दे
अमीता परसुराम 'मीता'
शिद्दत-ए-शौक़ से अफ़्साने तो हो जाते हैं
अमीता परसुराम 'मीता'
आज की रात भी गुज़री है मिरी कल की तरह
अमीर क़ज़लबाश
वादा-ए-वस्ल और वो कुछ बात है
अमीर मीनाई
जब से बाँधा है तसव्वुर उस रुख़-ए-पुर-नूर का
अमीर मीनाई
गुज़र को है बहुत औक़ात थोड़ी
अमीर मीनाई
बात करने में तो जाती है मुलाक़ात की रात
अमीर मीनाई
धूप में कौन किसे याद किया करता है
अमीर इमाम
बन के साया ही सही सात तो होती होगी
अमीर इमाम
दिल में दुख आँखों में नमी आसमाँ पर घटाएँ
अमीक़ हनफ़ी
तअल्लुक़ तोड़ने वाले
अमीक़ हनफ़ी
आए बसंत
अमीक़ हनफ़ी
सावन आया छाने लगे घोर घन घोर बादल
अमीक़ हनफ़ी