Qitas of Jaun Eliya

Qitas of Jaun Eliya
नामजौन एलिया
अंग्रेज़ी नामJaun Eliya
जन्म की तारीख1931
मौत की तिथि2002
जन्म स्थानKarachi

ये तो बढ़ती ही चली जाती है मीआद-ए-सितम

ये तेरे ख़त तिरी ख़ुशबू ये तेरे ख़्वाब-ओ-ख़याल

वो कसी दिन न आ सके पर उसे

उस के और अपने दरमियान में अब

थी जो वो इक तमसील-ए-माज़ी आख़िरी मंज़र उस का ये था

शर्म दहशत झिझक परेशानी

सर में तकमील का था इक सौदा

साल-हा-साल और इक लम्हा

पसीने से मिरे अब तो ये रुमाल

पास रह कर जुदाई की तुझ से

मिरी जब भी नज़र पड़ती है तुझ पर

मेरी अक़्ल-ओ-होश की सब हालतें

मैं ने हर बार तुझ से मिलते वक़्त

क्या बताऊँ कि सह रहा हूँ मैं

कौन सूद-ओ-ज़ियाँ की दुनिया में

जो रानाई निगाहों के लिए फ़िरदौस-ए-जल्वा है

जो हक़ीक़त है उस हक़ीक़त से

इश्क़ समझे थे जिस को वो शायद

हर तंज़ किया जाए हर इक तअना दिया जाए

है मोहब्बत हयात की लज़्ज़त

चाँद की पिघली हुई चाँदी में

चारासाज़ों की चारा-साज़ी से

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